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नूंह में भीषण सड़क हादसा: दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर सात सफाई कर्मचारियों की मौत, चार गंभीर घायल

नूंह (हरियाणा), 27 अप्रैल — नूंह जिले के थाना फिरोजपुर झिरका क्षेत्र में शनिवार सुबह दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया। इब्राहिमबास गांव के समीप सफाई कार्य में जुटे कर्मचारियों को तेज रफ्तार पिकअप वाहन ने टक्कर मार दी। हादसे में सात सफाई कर्मचारियों की मौत हो गई, जबकि चार अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।

जानकारी के अनुसार, सुबह करीब 10 बजे 11 सफाई कर्मचारी (10 महिलाएं और 1 पुरुष) एक्सप्रेसवे पर सफाई कार्य कर रहे थे। इसी दौरान तेज रफ्तार में आ रही एक पिकअप वैन ने कर्मचारियों को कुचल दिया। टक्कर इतनी भीषण थी कि छह कर्मचारियों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि गंभीर रूप से घायल पांच कर्मचारियों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान एक और कर्मचारी की मौत हो गई। चार अन्य घायलों की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है।

हादसे के बाद घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी। कुछ ही देर में पुलिस और रोड सेफ्टी एजेंसियों की टीमें मौके पर पहुंचीं और घायलों को अस्पताल भिजवाया। घटनास्थल पर भारी भीड़ जमा हो गई थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसा इतना भयानक था कि कई शव क्षत-विक्षत अवस्था में पड़े मिले।

पुलिस के मुताबिक, मृतकों की पहचान की प्रक्रिया जारी है। हादसे के बाद पिकअप चालक वाहन छोड़कर मौके से फरार हो गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपी चालक की तलाश शुरू कर दी है। साथ ही, एक्सप्रेसवे पर लगे सीसीटीवी कैमरों और अन्य सबूतों की मदद से हादसे के कारणों की जांच की जा रही है।

यह हादसा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर पहले हो चुकी कई दुर्घटनाओं की श्रृंखला में एक और दुखद घटना है। लगातार सामने आ रहे ऐसे हादसे एक्सप्रेसवे पर तेज रफ्तार वाहनों और सफाई कर्मचारियों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर रहे हैं।

प्रशासन ने घटनास्थल पर यातायात को नियंत्रित करते हुए मार्ग को साफ कराया और मृतकों के परिजनों को सूचित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। घायल कर्मचारियों का इलाज प्राथमिकता के आधार पर कराया जा रहा है।

इस दर्दनाक हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा नियमों के सख्त पालन और एक्सप्रेसवे पर कार्यरत कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की जरूरत को उजागर कर दिया है। स्थानीय लोगों और सोशल मीडिया पर लोगों ने घटना पर गहरा शोक जताते हुए तेज रफ्तार पर नियंत्रण के लिए कड़े कदम उठाने की मांग की है।