राजस्थान में फिर गुर्जर आरक्षण आंदोलन की सुगबुगाहाट

जयपुर: कोरोना संकट के बीच आरक्षण को लेकर राजस्‍थान में एक बार फिर गुर्जर आंदोलन की सुगबुगाहट तेज हो गई है। भरतनगर में रविवार को बड़ी संख्या में लोगों ने रेल का रास्ता रोक दिया तो कई पटरियों को उखाड़ते हुए दिखे। इस वजह से 7 ट्रेनों को बयाना-हिंडौन रेल रूट पर डायवर्ट कर दिया गया है। राजस्थान में आरक्षण के लिए आंदोलन पर गुर्जर समाज के दो धड़ों में बंट गया है। गुर्जरों के एक गुट की राज्य सरकार के साथ उनकी मांगों के कई बिंदुओं पर सहमति बनने के बावजूद गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के नेतृत्व में समाज के लोग भरतपुर जिले के बयाना क्षेत्र के पीलूपुरा में जुटे हैं।

कोटा रेल मंडल के वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक अजय पाल ने बताया कि फिलहाल निजामुद्दीन कोटा, जनशताब्दी एक्सप्रेस को डायवर्ट किया गया है ऐसे ही बांद्रा से गोरखपुर को जाने वाली अवध एक्सप्रेस को भी डायवर्ट किया गया है।
दिल्ली से मुंबई की ओर जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस को भी डाइवर्ट किया है। साथी उदयपुर- निजामुद्दीन मेवाड़ एक्सप्रेस ,निजामुद्दीन उदयपुर मेवाड़ एक्सप्रेस भी ट्रैक के जाम होने से प्रभावित होने की संभावना है।
गौरतलब है कि राज्य सरकार ने गुर्जर नेता हिम्मत सिंह के नेतृत्व में 41 लोगों के प्रतिनिधिमंडल के साथ वातार् करने के बाद 14 बिंदुओं पर सहमति बनी। जिसमें गुर्जरों से जुड़ी भर्तियों, आंदोलन में मारे गए तीन लोगों को पांच-पांच लाख रुपए का मुआवजा, आंदोलन में लगे मुकदमे वापस लेने आदि शामिल हैं। इस बातचीत में चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा और चंदाना मौजूद थे।

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