साधुओं का बगैर सम्मान किए भारत हिंदुत्व देश नहीं हो सकता : धनंजय देसाई
नोएडा: भारतीय संस्कृति की रक्षा करने वाले साधु संतो के खिलाफ हो रही साजिशों को रोकने के सम्बन्ध में एक प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया। इस प्रेसवार्ता में भारतीय सनातन संस्कृति व हिंदुत्व के मुद्दे पर बोलते हुए हिन्दू राष्ट्र सेना के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष धनंजय देसाई ने कहा कि संनातन धर्म में साधुओं का सम्मान किए बगैर हिंदुत्व नहीं हो सकता। हिंदू संतों पर लगातार हमले हो रहे हैं।आशाराम बापू के ऊपर लांछन लगाया जा रहा है जिससे ना केवल भारतीय संस्कृति, भारतीय जीवन और सनातन धर्म में भी लांछन लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा की मीडिया के जरिये वो अपनी बात जान मानस तक पहुंचा रहे है ।
उन्होंने आगे कहा संत परंपरा की धरोहर की रक्षा करना यह हमारे कुलाचार में आता है। सनातन धर्म मेरे कुल की मर्यादा में है। उस सनातन धर्म के साधुओं का सम्मान हिंदू धर्म का फर्ज है ।धनंजय देसाई ने आह्वान करते हुए कहा कि आशाराम बापू को ये चीज सहते हुए 9 वर्ष 2 माह हो गए है। मैं न तो आशाराम बापू से कभी मिला हूं और न ही मैंने उनसे दीक्षा ली है पर उनको छुड़वाना और राष्ट्र की सुरक्षा करना हमारे कुल का दायित्व है। ये लड़ाई बापू अकेले नहीं लड़ रहे ये हम सबकी लड़ाई है उनको जेल से छुड़वाना हमारा कर्तव्य है। 85 वर्ष की उम्र और स्वास्थ्य खराब होने के बावजूद उनको न तो बेल मिल रही है और न ही पैरोल दी जा रही है। आशाराम बापू जैसे महापुरुषों की समाज को बहुत आवश्यकता है।