कोरोना रिपोर्ट पोजेटिव होने के कारण कई सांसदों को नही मिली एंट्री
नई दिल्ली। संसद का मानसून सत्र सोमवार से शुरू हो गया है। कोरोना संक्रमण महामारी के चलते संसद में विशेष प्रबंध किए गए हैं। वहीं कई सांसद भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जिसके चलते वो सदन की कार्यवाही में हिस्सा नहीं ले रहे हैं। जो सांसद कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, उनमें सांसद मीनाक्षी लेखी (दिल्ली), हनुमान बेनीवाल (नागौर, राजस्थान), प्रताप राव जाधव (बुलढ़ाणा, महाराष्ट्र), जनार्दन सिंह सिग्रीवाल (महाराजगंज, बिहार), गोदेती माधवी (आरकू, आंध्र प्रदेश) हैं। बता दें कि अब तक सात केंद्रीय मंत्रियों को कोरोना संक्रमण हो चुका है। एक सांसद की इससे मौत भी हुई है।
सोमवार से संसद के मानसून सत्र की शुरुआत हो रही है। सत्र की शुरुआत से पहले सभी सांसदों की कोरोना जांच की गई है। उपराष्ट्रपति सचिवालय ने कहा है कि संसद के मानसून सत्र से पहले, राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने अपना कोरोना परीक्षण करवाया। सभी सांसद सत्र शुरू होने से 72 घंटे पहले अपना परीक्षण करवा रहे हैं। संसद की कार्यवाही में हिस्सा लेने के लिए हर सदस्य की निगेटिव रिपोर्ट होनी जरूरी है। कोरोना महामारी के चलते ससंद का सत्र इस बार काफी अलग है। बताया गया है कि संक्रमण फैलने से रोकने के लिए रोज एसी बदले जाएंगे। सांसदों को कोरोना से बचाव के लिए डीआरडीओ की किट मिलेगी। हर किट में 40 डिस्पोजल मास्क, एन95 मास्क, सैनिटाइजर की 20 बोतलें, 40 ग्लब्ज और दरवाजा बंद करने के लिए टच फ्री हुक्स होंगे। बैठने का इंतजाम भी दूरी रखते हुए किया गया है। इस बार सत्र के दौरान 18 दिन लगातार कार्यवाही चलेगी। कोई छुट्टी नहीं होगी। शनिवार और रविवार को भी काम होगा। आमतौर पर दोनों सदनों में एक साथ काम होता है, लेकिन इस बार दो शिफ्ट में होगा। सत्र के दौरान सांसदों को कोरोना के दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा। इस बार लोकसभा की कार्यवाही चार घंटे के लिए चलेगी। शून्य काल की अवधि को भी कम करके आधा घंटा कर दिया गया है।