देश की स्कूलों में श्रीमद्भगवद गीता शुरू करने की योजना पर केंद्र सरकार का विचार
देश के स्कूलों में अब श्रीमद्भगवद गीता की पढ़ाई शुरू कराई जा सकती है। केंद्र सरकार ने सोमवार को संसद के शीतकालीन सत्र में बताया कि राज्य सरकार चाहे तो स्कूलों में श्रीमद्भगवद गीता को पढ़ाने की व्यवस्था करवा सकती है।इसके साथ ही सरकार ने कहा कि स्कूल अपनी इच्छानुसार भोजपुरी भाषा की भी पढ़ाई करवा सकते हैं।
दरअसल संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान महाराष्ट्र के भाजपा सांसद गोपाल शेट्टी ने प्रश्नकाल के दौरान सदन में सवाल किया था कि क्या सरकार देश भर के स्कूलों में श्रीमद्भगवद गीता को पढ़ाने पर विचार कर रही है। इसका जवाब देते हुए भारत सरकार की केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री अन्नपूर्णा देवी ने संसद में कहा कि संविधान के तहत शिक्षा राज्य का विषय है, अगर राज्य सरकारें चाहे तो श्रीमद्भगवद गीता को स्कूलों के पाठ्यक्रम में शामिल कर सकती है। केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री ने आगे बताया कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की कक्षा सातवीं और आठवीं में श्रीमद्भगवद गीता के कुछ अंशों को पढ़ाया भी जा रहा है।