4 साल में यमुना एक्सप्रेसवे हो जाएगा जीरो डेथ कॉरिडोर 1 जुलाई से शुरू, होगा काम
यमुना एक्सप्रेसवे पर होने वाले हादसे रोकने के लिए अब इसी जीरो डेथ कॉरिडोर बनाने पर काम शुरू होने जा रहा है। ग्रेटर नोएडा से आगरा के बीच एक्सप्रेसवे पर चार साल तक काम होगा और 2024 तक काम पूरा कर लिया जाएगा। इसका प्रस्ताव आईआईटी दिल्ली को बनाया गया है
अधिकारियों के साथ हुई बैठक के बाद गुरुवार को यह फैसला लिया गया और अब इस पर 1 जुलाई से काम शुरू हो जाएगा। काम 2024 तक पूरा करने का लक्षय रखा गया है।
अधिकारियों ने यह भी बताया कि एक्सप्रेसवे पर कुछ ऐसे उपाय करने हैं, जिससे यह जीरो डेथ कॉरिडोर बन जाए। इसके लिए एक जुलाई से काम शुरू करने को कहा गया है। यमुना अथॉरिटी के सीईओ ने बताया कि गुरुवार को मीटिंग के बाद एक्सप्रेसवे का संचालन कर रहे जेपी इन्फ्राटेक को निर्दश जारी कर दिए गए हैं।
आईआईटी दिल्ली की रोड सेफ्टी ऑडिट रिपोर्ट के प्रावधानों को लागू किया जाएगा। एक्सप्रेसवे पर थ्राइस बीम लगाई जाएगी। उतार व चढ़ाव पर सुरक्षा के इंतजाम किए जाएंगे। इसके साथ ही अन्य सेफ्टी के उपायों को लागू किए जाएगें।