पोक्सों के तहत दोषी पाये जाने पर टीवी एंकर दीपक चौरसिया व उसके साथियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर जन जागरण मंच द्वारा विरोध व धरना प्रदर्शन

शनिवार को राजधानी दिल्ली स्थित जंतर मंतर पर जनजागरण मंच व अन्य सामाजिक संस्था जन जागरण मंच के लोगों ने न्यूज टीवी एंकर दीपक चौरसिया उसके साथियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया । कार्यक्रम में आये सभी कार्यकर्ताओं में गुरुग्राम पुलिस के विरुद्ध अपना आक्रोश जताया और कहा कि गुरुग्राम पुलिस जानबूझकर आरोपी मीडियाकर्मी को बचाने का कार्य कर रही है। एक मामला जो सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर 2015 में दर्ज हुई और उसके बाद बार बार आरोपियों को बचाने के आशय से साक्ष्य का आभाव बताकर करीब तीन बार केस को बंद कर दिया जाता है।लेकिन पीड़िता पक्ष के द्वारा इस मामले को जब चंडीगढ़ हाईकोर्ट में गुहार लगाई तब मामले को उच्च न्यायलय ने संज्ञान लेकर पुलिस से स्टेटस रिपोर्ट माँगे जाने पर मजबूरन पुलिस को केस रीओपन करना पड़ा। उसके बाद में जाँच के दौरान आरोपियों के विरुद्ध पर्याप्त सबूतों के आधार पर पोक्सों व अन्य धारा के तहत दोषी  पाया गया है लेकिन फिर भी एक भी आरोपियों मीडिया कर्मियों को पुलिस ने अब तक गिरफ्तार नही किया है। संस्था के प्रवक्ता कॉम मल्होत्रा ने बताया कि पुलिस ने अपने रिपोर्ट में बताया है कि दीपक चौरसिया को जाँच में शामिल होने के लिए बुलाये जाने पर जाँच अधिकारी को जाँच में सहयोग नही किया और गुस्से से उठकर बिना हस्ताक्षर किये जाँच से उठकर चला गया। ऐसे परिस्थिति में एक अपराधी जो जाँच में सहयोग नही कर रहा है उसके बाद भी पुलिस उसे गिरफ्तार नही कर रही है। ऐसे में स्पष्ट रूप से पुलिस जानबूझकर बचने का मौका दे रही है। संस्था के अध्यक्ष हरिशंकर ने बताया कि दीपक चौरसिया ने सिर्फ़ अपने चैनल की टीआरपी बढ़ाने के लिये वर्ष 2013 में एक नाबालिग बच्ची के पारिवारिक वीडियो को अश्लील बनाकर अपने टीवी चैनल के मध्यम से प्रसारित किया था इससे आहत होकर परिवार के लोगों ने गुरूग्राम के पालम विहार थाने में शिकायत किया था लेकिन कोई कार्रवाई नही की गई जिससे आहत होकर सुप्रीमकोर्ट में गुहार लगाने पर सुप्रीमकोर्ट के निर्देश पर मुकदमा दर्ज हुआ। अब 7 वर्ष बीत जाने के बाद वीडियो के फोरेंसिक जांच रिपोर्ट के आधार पर गुरुग्राम पुलिस दीपक चौरसिया व उसके सहयोगियों को पोक्सों जैसे संगीन अपराध के तहत अपराधी मान लिया है लेकिन पुलिस का कहना है मीडिया से जुड़े लोग होने के कारण गिरफ्तारी से कानून व्यबस्था खराब होने का हवाला देकर अपना पल्ला झाड़ रही है। इस केस में चंडीगढ़ हाइकोर्ट ने भी गुरुग्राम पुलिस को भी फट्कार लगाया, लेकिन सरकार में अपनी पहचान के बदौलत दीपक चौरसिया आरोपी आज तक बच रहा है।अपनी पहुँच के कारण समाज में बेखौफ घूम रहे ऐसे अपराधियों के कारण ही आज बच्चियाँ अपने को असुरक्षित समझती है। नारी सम्मान में बड़ी बड़ी बातें कहने वाली हरियाणा सरकार का दोहरा रवैया उनके कथनी और करनी में फर्क दिखाता है। आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी हो इसके लिए माननीय राष्ट्रपति,प्रधानमंत्री भारत सरकार को भी ज्ञापन सौंपा गया। जिसमे अमर पाल सिंह, कैलाश, प्रियंका बब्बर, सुनील गुप्ता, टिंकु, राजबीर आदि लोग मौजूद थे

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