ED के समक्ष दिल्ली के CM केजरीवाल नही हुए पेश,चुनाव प्रचार का बहाना लेकर छोड़ी

दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल (Delhi CM Arvind Kejriwal) ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) के समक्ष आज पेश होने से मना कर दिया है। उन्होंने इस मामले में ED को एक पत्र लिखकर बताया है कि जारी विधानसभा चुनावों में वे AAP के स्टार प्रचारक हैं और उनको कार्यकर्ताओं को सिखाना होता है। इसलिए वह पेश नहीं हो सकते। वह तीन दिन के दौरे पर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ निकल गए हैं।

ED ने 30 अक्टूबर 2023 को एक समन भेजकर CM केजरीवाल को शराब घोटाले में पूछताछ के लिए 2 नवम्बर 2023 को बुलाया था। इसको लेकर आम आदमी पार्टी ने नेताओं ने शोर मचाया था कि प्रवर्तन निदेशालय उन्हें 2 नवंबर को गिरफ्तार कर लेगी। अब केजरीवाल ने ED को दो पन्नों का एक पत्र भेजकर केंद्र सरकार पर ही आरोप लगा दिए हैं।

केजरीवाल ने कहा कि है उन्हें यह पता नहीं चल रहा है कि ED उन्हें इस मामले गवाह के तौर पर बुला रही है या फिर संदिग्ध के तौर पर बुला रही है। उन्हें अपने बुलाए जाने का कारण भी नहीं बताया गया है। केजरीवाल ने यह भी कहा कि उन्हें यह भी पता नहीं है कि उन्हें AAP के मुखिया या दिल्ली के मुख्यमंत्री या फिर एक सामान्य व्यक्ति के तौर पर बुलाया जा रहा है।

अरविंद केजरीवाल ने समन को प्रायोजित बताया। उन्होंने कहा कि जिस दिन समन जारी हुए उसी दिन मनोज तिवारी जैसे भाजपा के नेताओं ने कहना चालू किया कि ‘मैं गिरफ्तार किया जाऊँगा’। उन्होंने आरोप लगाया कि समन को भाजपा नेताओं को लीक किया गया था। केजरीवाल की गिरफ्तारी को आप सरकार में मंत्री आतिशी ने भी कहा था कि 2 नवम्बर को ED अरविन्द केजरीवाल को गिरफ्तार कर लेगी।

अरविंद केजरीवाल ने यह भी कहा कि वह दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया हैं, जिसकी दिल्ली और पंजाब में सरकार है। केजरीवाल ने दावा किया कि वह अपनी पार्टी के स्टार प्रचारक हैं और उनकी पार्टी पाँच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनावों में भाग ले रही है। इसलिए उन्हें प्रचार के लिए जाना पड़ता है। ऐसे में वह ED के साथ पूछताछ में सहयोग नहीं कर सकते।

हालाँकि, वह बात अलग है कि आम आदमी पार्टी ने मध्य प्रदेश में एक तिहाई से भी कम सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। राजस्थान में उसने अभी 200 सीटों में से मात्र 60 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं और छत्तीसगढ़ में 57 प्रत्याशी उतारे हैं। उन्होंने अपने मुख्यमंत्री होने के चलते भी व्यस्तता का हवाला दिया है। इन सब कारणों को देते हुए केजरीवाल ने ED से अपने समन वापस लेने की माँग की है।

केजरीवाल के इस जवाब पर दिल्ली के भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने एक्स (पहले ट्विटर) पर लिखा, “हर गुनाहगार की अंतरात्मा जानती है कि कानून की नजरों में आने पर वह बच नही पाएगा, परन्तु बौने दुर्योधन अरविन्द केजरीवाल जी विक्टिम कार्ड खेलकर गरीब और सीधे लोगों की सहानुभूति लूटने में माहिर हैं। वाह क्या बहाना है – चुनाव प्रचार से मुझे रोकना। कानून से कब तक भागोगे, जवाब तो देना पड़ेगा।”