संत आशाराम बापू प्रकरण में तत्कालीन डीसीपी लांबा को तलब करने की गुहार पर सुनवाई 25 जनवरी को
जोधपुर में सजा काट रहे आजीवन कारावास की सजा के खिलाफ संत आसाराम बापू की अपील पर अब 25 जनवरी को सुनवाई होगी।
पिछली सुनवाई पर संत आसाराम बापू की ओर से तत्कालीन पुलिस उपायुक्त पश्चिम अजय पाल लांबा को साक्ष्य रिकॉर्डिंग के लिए तलब करने का प्रार्थना पत्र पेश किया गया था। जिसमे राजस्थान हाईकोर्ट के निर्देश पर प्रार्थना पत्र की प्रति आशाराम बापू पर आरोप लगाने वाली पीडि़ता के अधिवक्ता पीसी सोलंकी को दी गई, लेकिन सरकारी पक्ष (पीड़िता के वकील पिसी सोलंकी) ने 18 जनवरी को अस्वस्थ का हवाला देकर समय मांगा था। जिसपर न्यायालय ने 20 जनवरी मुक़र्रर की थी। लेकिन सरकारी पक्ष सोलंकी द्वारा एक बार फिर अपने परिवार में शोकग्रस्त का हवाला देकर द्वारा समय मांगा है। जिसपर न्यायाधीश संदीप मेहता तथा न्यायाधीश विनोद कुमार भारवानी की खंडपीठ ने मामले की सुनवाई 25 जनवरी को मुकर्रर की है। गौरतलब है कि अर्जी में बापू की ओर से यह कहा गया कि तत्कालीन पुलिस उपायुक्त पश्चिम अजय पाल लांबा जो जाँच के समय सीनियर अधिकारी के पद पर तैनात थे और उनके सुरपविजन में पूरे मामले की जाँच कराई गई थी। जोधपुर में मामला दर्ज होने से पहले dcp लाम्बा द्वारा घटनास्थल का जायजा लेकर वीडियो बनाई गई थी। जिसका जिक्र तत्कालीन dcp लाम्बा द्वारा अपनी लिखी पुस्तक में किया है। बापू के वकील ने कहा कि इस तथ्य का परीक्षण होना जरूरी है।
डीसीपी लाम्बा को तलब करने का आधार
तत्कालीन डीसीपी अजय पाल लाम्बा द्वारा लिखी गयी पुस्तक में ‘गनिंग फ़ॉर द गॉड मैन’ जिसमे आशाराम बापू के विरुद्ध दर्ज FIR से पहले घटनास्थल का जायजा लेकर वीडियो बनाये जाने का जिक्र किया है।
जन जागरण का जोधपुर पुलिस पर मिलिभगत करने का आरोप
वहीं एक नाबालिग के वीडियो को तोड़ मरोड़कर कर प्रसारित मामले की पैरवी कर रहे जन जागरण मंच के अध्यक्ष हरिशंकर का कहना है कि dcp लाम्बा को तलब करने से बहुत सारे राज खुलेंगे, क्योंकि जोधपुर पुलिस ने आशाराम बापूजी के केस को प्रभावित करने के लिए मीडिया का भरपुर सहारा लिया है। जोधपुर पुलिस और कुछ मीडिया कर्मियो की आपसी मिलीभगत,व संलिप्ता के बारे में गुरुग्राम के पालम विहार थाना में एक दर्ज मुकदमे से उजागर होना तय है। हरिशंकर का कहना है कि आशाराम बापू के सेवक शिवा को जब जोधपुर पुलिस ने गिरफ़्तार किया तो उसके मोबाइल से एक बिडियो किलिप बरामद की थी। जिसे आशाराम बापू के मामले की जाँच कर रहे जांच अधिकारी ने शिवा के उस मोबाईल की वीडियो किलिप मीडियाकर्मियों को जाँच के दौरान प्रदान की थी।