बृज भूषण की गिरफ्तारी की मांग के बाद बैकफुट पर आए रामदेव,आंदोलनरत पहलवानों से कही ये बात
बीजेपी सांसद और कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर योग गुरु बाबा रामदेव विवादों में आ गए हैं. स्वामी रामदेव के इस बयान पर श्री राजपूत करणी सेना के पदाधिकारियों ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए उनसे अपने बयान पर माफी मांगने की बात कही है.
श्री राजपूत करणी सेना के बाबा रामदेव के खिलाफ मोर्चा खोलने के बाद उन्होंने स्पष्ट किया है कि वह राजपूत समाज के शौर्य और वीरता की कद्र करते हैं. उन्होंने राजपूत समाज का कोई अपमान नहीं किया है. इसके अलावा रामदेव ने आंदोलनरत पहलवानों से नए संसद भवन का घेराव करने से भी मना किया है.
गौरतलब है कि बाबा रामदेव ने भीलवाड़ा में मीडिया से बात करते हुए कुश्ती संघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह को यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे डालने की बात कही थी.श्री राजपूत करणी सेना की राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य विश्व बंधु सिंह राठौड़ ने कहा कि योगाचार्य स्वामी रामदेव के भीलवाड़ा आने पर मैं उनका स्वागत करता हूं लेकिन उनका जो स्टेटमेंट था वह हमारे दिल को ठेस पहुंचा गया है. स्वामी रामदेव तो न्यायाधीश बन कर आए हैं. मैं उनसे कहना चाहता हूं कि उनसे भी पहले कई बाबा हुए हैं. राम रहीम और आसाराम की दुकान आप से बड़ी थी. आज उनकी क्या हालत है. आप कैसे कह सकते हो कि बृजभूषण सिंह को उठाकर जेल में डाल दो. वह अपनी बात कहने के लिए संघर्ष कर रहा है.
विश्व बंधु सिंह राठौड़ ने आगे कहा कि रामदेव अपने दिन भूल गए हैं जब रामलीला मैदान से स्त्री वेश धारण कर भागे थे. उनका गुस्सा सांसद बृजभूषण सिंह से केवल पहलवानों से पतंजलि देशी घी के विज्ञापन को लेकर है. उन्होंने कहा- आप थोड़ा योगा अपनी जबान पर रखो नहीं तो तकलीफ में आ जाओगे. अगर इस बयान का खंडन नहीं किया तो आप भीलवाड़ा के अंदर अपना कार्यक्रम नहीं करके दिखा सकते.
स्वामी रामदेव को चेतावनी देने के बाद श्री राजपूत करणी सेना की राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य विश्व बंधु सिंह राठौड़ के साथ प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह पांसल और प्रदेश महासचिव सुरेंद्र सिंह मोटरास ने आरसी व्यास कॉलोनी स्थित स्वामी रामदेव के अस्थाई निवास पर उनसे मुलाकात की. इसके बाद स्वामी रामदेव का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वह राजपूत समाज के शौर्य और बहादुरी की बात कह रहे हैं
वीडियो में स्वामी रामदेव ने कहा कि भाई विश्व हिंदू सिंह राठौर ने मुझे बताया कि कुछ लोग मेरे बयान को राजपूत समाज के विरोध से जोड़कर देख रहे हैं. यह बात सरासर गलत है. मैं भी क्षत्रिय कुल में जन्मा हूं. मैं क्षत्रिय धर्म के शौर्य और वीरता को समझता हूं जो अन्याय के खिलाफ लड़ता है. महाराणा प्रताप के शौर्य और बलिदान की विरासत हमें राजपूत समाज से ही मिली है. उसका अनादर करने का कोई प्रश्न ही नहीं उठता है.
आंदोलनरत पहलवानों के नई संसद भवन के घेराव को लेकर भी स्वामी रामदेव ने कहा कि मैं आश्वस्त हूं कि हमारे खिलाड़ी जिन्होंने देश का मान बढ़ाया, वह इस तरह की गतिविधि से दूर रहेंगे. उन्हें ऐसे मौके पर इस तरह के कदम से बचना चाहिए.