वृंदावन में फिर शुरू हुई संत प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा, NRI ग्रीन सोसायटी ने मांगी माफी

वृंदावन: प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज की रात्रि पदयात्रा दोबारा अपने पूर्व निर्धारित मार्ग पर शुरू हो गई है। इससे पहले, स्थानीय NRI ग्रीन सोसायटी के निवासियों के विरोध के कारण इस यात्रा को रोक दिया गया था। हालांकि, विवाद बढ़ने के बाद सोसायटी के प्रतिनिधियों ने संत प्रेमानंद महाराज से मुलाकात कर अपनी आपत्ति वापस ले ली और माफी मांगते हुए यात्रा के समर्थन का आश्वासन दिया।

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री भी आए समर्थन में

इस पूरे घटनाक्रम के दौरान, बागेश्वर धाम के प्रमुख धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री भी प्रेमानंद महाराज के पक्ष में आ गए। उन्होंने यात्रा रोकने के प्रयासों की आलोचना की और कहा कि धार्मिक परंपराओं को बाधित करना उचित नहीं है। उनके इस बयान के बाद स्थानीय लोगों में असंतोष बढ़ गया और कई स्थानों पर NRI ग्रीन सोसायटी के निवासियों का विरोध भी देखा गया।

स्थानीय व्यापारियों ने भी जताया विरोध

इस विवाद का असर कुछ स्थानीय दुकानों पर भी दिखा, जहां कॉलोनीवासियों को सामान देने से मना कर दिया गया था। बढ़ते तनाव को देखते हुए, NRI ग्रीन सोसायटी के अध्यक्ष आशु शर्मा ने संत प्रेमानंद महाराज से भेंट कर सभी गलतफहमियों को दूर करने की कोशिश की।

फिर शुरू हुई पदयात्रा, भक्तों में खुशी

संत प्रेमानंद महाराज ने स्थानीय भक्तों और संत समाज की भावनाओं का सम्मान करते हुए रात्रि पदयात्रा को फिर से शुरू करने का निर्णय लिया। इस खबर से भक्तों में प्रसन्नता की लहर दौड़ गई, क्योंकि यह यात्रा न केवल धार्मिक परंपराओं का हिस्सा है, बल्कि श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक साधना का भी माध्यम है।

वृंदावन की परंपरा का हिस्सा है यह यात्रा

संत प्रेमानंद महाराज की रात्रि पदयात्रा वृंदावन की एक प्राचीन भक्ति परंपरा है, जिसमें भक्तजन भगवान श्रीकृष्ण और राधारानी के भजन गाते हुए नगर परिक्रमा करते हैं। श्रद्धालुओं का मानना है कि इस यात्रा का पुनः आरंभ होना धार्मिक स्वतंत्रता और आस्था की जीत को दर्शाता है।