हेट स्पीच मामले में नरसिंहानंद सरस्वती को मिली जमानत
हेट स्पीच मामले में श्री नरसिंहानंद सरस्वती को जमानत मिल गई है. हरिद्वार धर्म संसद में कथित हेट स्पीच के मामले में उत्तराखंड पुलिस ने यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज को गिरफ्तार किया था. यति नरसिंहानंद जी डासना शक्तिपीठ के प्रमुख महंत हैं तथा वर्तमान में जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर भी हैं.
बता दें कि उत्तराखंड के हरिद्वार से गिरफ्तार किया गया था और वह जेल में बंद थे. इससे पहले इस मामले में जीतेंद्र त्यागी को गिरफ्तार किया गया था. उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी ने पिछले महीने हिंदू धर्म अपनाया था और अपना नाम बदलकर जीतेंद्र सिंह नारायण त्यागी रख लिया था.
आरोप है कि देवभूमि उत्तराखंड के हरिद्वार में पिछले वर्ष दिसंबर माह में हुई धर्म संसद में कथित तौर पर समुदाय विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की गई थी. इसे लेकर काफी विवाद मचा हुआ था. हेट सपीच मामले में दर्ज प्राथमिकी में 10 से अधिक लोगों के नाम हैं, इसमें नरसिंहानंद, जितेंद्र त्यागी और अन्नपूर्णा शामिल हैं. इस मामले में पहली गिरफ्तारी जितेंद्र नारायण त्यागी की उस समय हुई थी जब वह यति जी के साथ ही हरिद्वार जा रहे थे.
जितेंद्र नारायण त्यागी को नारसन बॉर्डर से हरिद्वार आते हुए गिरफ्तार कर लिया गया था. गिरफ्तारी के बाद त्यागी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था जितेंद्र नारायण त्यागी की गिरफ्तारी के बाद यति नरसिंहानंद जी के हरिद्वार में ही आमरण अनशन शुरू कर दिया था. यति जी ने घोषणा की थी कि जब तक जितेंद्र नारायण त्यागी की रिहाई नहीं हो जाती, तब तक वह अन्न जल ग्रहण नहीं करेंगे. इसके बाद यति जी को भी गिरफ्तार कर लिया गया.
यति नरसिंहानंद को उत्तराखंड की एक अदालत ने जमानत दी है। उन्हें हरिद्वार पुलिस ने इस मामले में शिकायत मिलने के बाद गिरफ्तार किया था। यति नरसिंहानंद हरिद्वार धर्म संसद में कथित तौर पर एक समुदाय के खिलाफ हेट स्पीच के भी आरोपी हैं। इस मामले में उन्हें 7 फरवरी को ही जमानत मिल चुकी है।