दिल्ली में नकली दवाओं का बड़ा रैकेट बेनकाब, बिजवासन की फैक्ट्री पर क्राइम ब्रांच का शिकंजा

दिल्ली में नकली दवाओं का बड़ा रैकेट बेनकाब, बिजवासन की फैक्ट्री पर क्राइम ब्रांच का शिकंजा

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में नकली दवा और डुप्लीकेट कॉस्मेटिक्स बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए क्राइम ब्रांच ने एक अवैध फैक्ट्री पर छापा मारकर उसके संचालक को गिरफ्तार कर लिया है। यह फैक्ट्री दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के बिजवासन गांव में किराए के फार्म हाउस में संचालित की जा रही थी।

क्राइम ब्रांच की साइबर सेल ने कार्रवाई करते हुए फैक्ट्री मालिक प्रमोद कुमार गुप्ता को गिरफ्तार किया। मौके से करीब 600 किलोग्राम स्टीयरिक एसिड, बड़ी मात्रा में खाली डिब्बे, पैकेजिंग सामग्री, मैन्युफैक्चरिंग मशीनें और नामी कंपनियों की नकली क्रीम व हेयर रिमूवल प्रोडक्ट्स के लगभग 1600 डिब्बे बरामद किए गए हैं।

पहले हुई गिरफ्तारी से खुला फैक्ट्री का राज

डीसीपी (क्राइम) आदित्य गौतम के अनुसार, साइबर सेल के एसीपी अनिल शर्मा की निगरानी में इंस्पेक्टर मनजीत कुमार की टीम ने 12 दिसंबर को गाजियाबाद के लोनी इलाके से श्रीराम उर्फ विशाल गुप्ता और गौरव भगत को पकड़ा था। इनके पास से करीब 2.2 करोड़ रुपये की नकली दवा और कॉस्मेटिक्स बरामद हुए थे।

पूछताछ में दोनों ने खुलासा किया कि नकली बेटनोवेट-सी ऑइंटमेंट बिजवासन में चल रही एक अवैध फैक्ट्री में तैयार की जाती थी, जिसका संचालन प्रमोद कुमार गुप्ता कर रहा था।

 

रेलवे स्टेशन से दबोचा गया मास्टरमाइंड

 

जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने प्रमोद कुमार गुप्ता को हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से बुधवार दोपहर करीब 12:30 बजे गिरफ्तार कर लिया। जांच में सामने आया कि प्रमोद के खिलाफ वर्ष 2006 में सदर बाजार थाने में कॉपीराइट उल्लंघन का मामला भी दर्ज है।

फैक्ट्री से मिला भारी कच्चा माल, सैंपल जांच में नकली साबित । बिजवासन गांव स्थित फार्म हाउस में बनी फैक्ट्री पर छापेमारी के दौरान ड्रग इंस्पेक्टर की मौजूदगी में सैंपल लिए गए। इसके बाद भारी मात्रा में कच्चा माल, तैयार नकली दवाएं, पैकेजिंग सामग्री और मशीनें जब्त की गईं।

हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) के प्रतिनिधियों ने जांच के बाद कॉस्मेटिक उत्पादों को पूरी तरह नकली बताया।

 

सबूत मिटाने के लिए जलाए हजारों ट्यूब

 

जांच में यह भी सामने आया कि अपने साथियों की गिरफ्तारी के बाद आरोपी प्रमोद ने नकली बेटनोवेट-सी ऑइंटमेंट की करीब 27 हजार ट्यूब वाले लगभग 25 कार्टन जला दिए थे। इसके बाद वह फैक्ट्री बंद कर फरार हो गया था।फिलहाल पुलिस कच्चे माल के स्रोत और पूरे वितरण नेटवर्क की जांच कर रही है, ताकि नकली दवाओं की सप्लाई चेन को पूरी तरह खत्म

किया जा सके।